Monday 8 June 2020

क्या बिहार की मस्जिद में हिंदू लड़के की बलि दी गई? खबर का पूरा सच

क्या बिहार की मस्जिद में हिंदू लड़के की बलि दी गई? खबर का पूरा सच
10 मई को मीडिया वेबसाइट, ऑप इंडिया, के एक आर्टिकल में दावा किया गया कि एक नई मस्जिद की ‘ताकत’ और ‘रसूख’ के लिए रोहित जायसवाल नाम के एक लड़के की ‘बलि’ दी गई है. आर्टिकल में बताया गया कि 28 मार्च को बिहार के गोपालगंज में कटेया के बेला डीह गांव में लड़के की कथित हत्या के बाद उसे नदी में फेंक दिया गया
हालांकि बिहार पुलिस के डीजीपी, डीआईजी और गोपालगंज के एसपी ने मामले के सांप्रदायिक होने के सभी आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है और ये साफ कर दिया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक लड़के की मौत डूबने से हुई.

ऑप इंडिया के दावे क्या हैं?

नाबालिग लड़के के पिता, राजेश जायसवाल, के हवाले से वेबसाइट ने दावा किया कि उनके बेटे की मस्जिद में ‘बलि’ दी गई और ‘सारे आरोपी मुसलमान’ हैं. आर्टिकल में लिखा था- ‘गांव में एक मस्जिद बनाई गई थी और कथित तौर पर ऐसी मान्यता थी कि हिंदू की बलि देने पर मस्जिद की ताकत बढ़ेगी, इसका रसूख बढ़ जाएगा,’
आर्टिकल में रोहित के पिता और उसकी बहन का वीडियो भी मौजूद है जिसमें पिता ने पूरी घटना की जानकारी दी और बहन मदद की गुहार लगाती सुनाई दे रही थी. हालांकि, वीडियो में कहीं भी उन्होंने किसी मस्जिद का जिक्र नहीं किया. ऑप इंडिया के अलावा, सिर्फ न्यूज ने भी एक आर्टिकल छापा जिसकी हेडलाइन थी- ‘गोपालगंज की मस्जिद में हिंदू लड़के की ‘बलि’: भयभीत परिवार बिहार छोड़कर यूपी के अज्ञात इलाके में पहुंचा.’
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग दिया जिसमें IAS अधिकारी संजय दीक्षित के ट्वीट को इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक 2200 बार रिट्वीट किया गया था.